gajar ka halwa special winter season recipe

Gajar ka halwa | carrot halwa

gajar ka halwa

About gajar ka halwa (गाजर का हलवा)

 प्राकृतिक गुणों से भरपूर गाजर अनेक तरह के मिनरल्स, विटामिन्स ,और एंटीऑक्सिडेंट्स को अपने अंदर लिए हुए होती है। स्वस्थ रहने के लिए हम गाजर का इस्तेमाल खाने में अलग -अलग तरीकों से कर सकते है। जैसे की गाजर का जूस ,सब्ज़ी हलवा आदि। पर जब बात  गाजर के  हलवा की हो तो यह बच्चो से ले कर बड़ो तक सभी की पहली पसंद होता है। सर्दियों में गाजर का हलवा खाने का एक अपना ही मजा होता है। और जब गाजर लाल और मीठी स्वाद वाली हो तो बिना कुछ  मिलाये ही गाजर का हलवा बहुत ही ज्यादा टेस्टी लगता है। कद्दूकस करके बनाया जाने वाला गाजर का हलवा बनने में थोड़ा समय अवश्य लेता है। परन्तु स्वाद व सेहत से पूर्ण होता है। ग़ाजर के हलवे की एक बात जो मुझे पसंद है वह ये की। इसे एक बार बनने के बाद फ्रिज में ३-४ दिन के लिए स्टोर किया जा सकता है। और दिन के खाने या रात के भोजन के बाद मीठे के रूप में सर्व किया जा सकता है। वैसे तो गाजर अलग- अलग रंगों में मार्केट में उपलब्ध होती है। पर हलवा बनाने के लिए लाल गाजर का ही उपयोग किया जाता है। गाजर के हलवे को शादी समारोह या किसी पार्टी में भी मीठे के रूप में सर्व किया जा सकता है। यहाँ में आपको पारम्परिक तरीके से गाजर के हलवे की रेसिपी को बताने जा रही हूँ।    

Subtitle (उपशीर्षक)

About carrot halwa (गाजर के हलवे के बारे में)

Ingredients (सामग्री)

How to make delicious carrot halwa (स्वादिष्ट गाजर का हलवा कैसे बनाये)

Preparation time – (बनने में लगने वाला समय) (१-११/२ घंटा) ( ४-५ व्यक्तियों के लिए)

Tips and FAQ (टिप्पणी व सवाल)

Ingredients (सामग्री)

Ingredients (सामग्री)

गाजर – १ किलोग्राम 

दूध- १ लीटर 

शक्कर- ११/२ ग्राम 

घी – ५० ग्राम 

मलाई – ५० ग्राम 

इलायची – ३-४ 

रबड़ी के लिए

दूध – १ लीटर 

सजाने के लिए 

सूखे मेवे

How to make delicious carrot halwa (स्वादिष्ट गाजर का हलवा कैसे बनाये)

 गाजर का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले हम एक नॉनस्टिक कड़ाही ले रहे है। अब हम इसमें घी डाल रहे है। घी अच्छे से गर्म हो चुका है। अब इसमें कद्दूकस की हुई गाजर डाल रहे है। इस समय हमे गैस की आंच तेज़ रखनी है। और गाजर को स्पैचुला की हेल्प से अच्छे से घूमना है। और गैस की आंच को मध्यम करके कड़ाही पर ५-७ मिनट के लिए  ढक्कन ढक रहे है। ५-७ मिनट हो चुके है। अब हम ढक्कन को हटा कर एक साइड में रख देते है। और गाजर में दूध डाल रहे है। दूध डाल कर हमे हलवे को तेज़ आंच पर पकाना है। अब जैसा की गाजर दूध को सोख रही है। इसी समय हमें  इसमें मलाई ऐड करनी है।  और इसे अच्छे से मिक्स कर रहे है। मलाई मिक्स हो चुकी है। इस समय हमारे गैस की आंच मध्यम है। अब हम इसमें शक्कर ऐड कर रहे है। आप अपने स्वाद के अनुसार शक्कर को कम या ज्यादा रख सकते है। और साथ ही इलायची पाउडर भी डाल रहे है। अच्छे से सभी को मिक्स कर देते है। और १०-१५ मिनट हलवे को मध्यम आंच पर पकने देते है। हमारा हलवा तैयार हो चुका है। आप चाहे तो इसमें अभी सूखे मेवे ऐड कर सकते है। और चाहे तो परोसने के समय रबड़ी और सूखे मेवे से डेकोरेट कर सकते है।

 फीकी रबड़ी बनाने के लिए

रबड़ी बनाने के लिए सबसे पहले हम एक कड़ाही या वेसल में फुल फैट मिल्क ले रहे है। अब इस मिल्क को लगातार रबड़ी बनने तक चलाते रहना है। बीच में छोड़ना नहीं है। नहीं तो रबड़ी बर्तन के तले में लग सकती है। यहाँ ध्यान रखने योग्य बात ये है की  राबड़ी को बहुत जयादा गाढा नहीं करना है। राबड़ी अच्छे से हलवे पर लग जाये ऐसी ही कंसिस्टेंसी( consistency) तैयार करनी है।

Tips (टिप्पणी)

गाजर का हलवा हो या खीर हमेशा मोटे तले वाले बर्तन का ही इस्तेमाल करे। इससे हलवे के चिपकने या जलने का डर नहीं रहता है। और हलवे को बीच -बीच में जरूर हिलाये। 

गाजर के  हलवे को बनाने के लिए हमेशा लाल और जूसी गाजर का ही यूज़ करे। इससे हलवा बहुत टेस्टी बनेगा।

FAQ (सवाल)

गाजर के हलवे को कितने दिन तक स्टोर करके रखा जा सकता है?

गाजर के हलवे को ऐसे तो स्टोर करके रखा जा सकता है। पर ३- ४ दिन से ज्यादा नहीं। क्यूंकि उससे गाजर के हलवे का फ्रेश टेस्ट नहीं आएगा। 

क्या हलवे में रबड़ी का यूज़ करना जरुरी है?

नहीं, आप गाजर के हलवे को सिर्फ सूखे मेवे के साथ भी बना सकता है। यहाँ हमने रबड़ी का यूज़ हलवे को और भी ज्यादा टेस्टी बनाने के लिए किया है। 

क्या रबड़ी को बनाते समय बीच में छोड़ा जा सकता है?

नहीं, बिल्कुल भी नहीं दूध में उबाल आने तक तो ठीक है। पर जैसे- जैसे दूध गाढ़ा होता जायेगा। वैसे- वैसे आपको उसको छोड़ना नहीं है। नहीं तो रबड़ी लग सकती है। अच्छा हो की रबड़ी बनाते समय मोटे तले वाला बर्तन ही काम में लिया जाये।

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