sabudana khichdi | how to make sago khichdi

Vrat Sago Khichdi

Sabudana khichdi

About sabudana khichdi (साबूदाना खिचड़ी के बारे में)

साबूदाने को  इंग्लिश में  Tapioca pearls भी बोलै जाता है। इसे व्रत के दौरान खाने के काम में लिया जाता है। हिन्दू धर्म में नवरात्रि, एकादशी व्रत का काफी महत्व होता है। और यह प्रत्येक घर में रखे जाते है। अत:उस समय साबूदाने का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। फिर चाहे वह साबूदाना खिचड़ी हो,साबूदाना खीर या फिर वड़ा। साबूदाने की खिचड़ी बनाना बहुत ही सरल है। इसको बनाते समय ध्यान रखने की बात यही है। की साबूदाने को कभी भी डायरेक्ट खिचड़ी या खीर में नहीं डाला जाता। इसे बनाने से पहले कुछ देर भिगोना पड़ता है। ताकि यह सॉफ्ट हो जाये। और इसको बनाने में समय भी कम लगे। साबूदाना खिचड़ी जितनी सिंपल बनायीं जाये। उतनी ही ज्यादा टेस्टी लगती है।

 क्योंकि बहुत ज्यादा इंग्रेडिएंट्स मिलाने पर इसमें साबूदाना का फ्लेवर दब जायेगा। और खिचड़ी अच्छी नहीं बनेगी। यदि आप इसे डेली रूटीन में बना रहे है। तो इसमें साधारण नमक और साधारण इंग्रेडिएंट्स का यूज़ कर सकते है। चूँकि साबूदाना मार्किट में अलग- अलग क्वालिटी के मिलते है। तो क्वालिटी के हिसाब से इनकी पानी में भिगोने की क्षमता भी अलग- अलग हो सकती है। साबूदाना खिचड़ी को बनाते समय कुछ टिप्स का ध्यान रखा जाये। तो माउथ वाटरिंग खिचड़ी बनायीं जा सकती है। अगर यही खिचड़ी खुली- खुली न बने। तो खाने में कुछ खास स्वाद नहीं देती।

 साबूदाना खिचड़ी यदि खाने में स्पाइसी ना लगे। तो मज़ा नहीं आता। इसी स्पाइसी टेस्ट को बरक़रार रखने के लिए मेने यहाँ पर मेने यहाँ पर लाल मिर्च पाउडर के साथ थोड़ी सी कट की हुई हरी मिर्च ऐड की है। एक फराळी थाली को दही, साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना खीर, राजगिरा का पराठा और शकरकंद के हलवे के साथ पूर्ण किया जा सकता है। यदि आप खट्टा खाने के शौकीन है। तो इस खिचड़ी में आप निम्बू का रस डालकर इसका भरपूर आनंद उठा सकते है। साबूदाना में स्टार्च पाया जाता है। अत: स्टार्च अलग करने के लिए साबूदाने को अच्छे से धो कर साफ़ कर लेना चाहिए। यह कार्बोहाइड्रेट का भी बेहतरीन स्त्रोत होता है। जो की हमारे शरीर में आयरन,कैल्शियम  और प्रोटीन की कमी को पूरी तो करता ही है। साथ ही साथ हमे कार्य करने की त्वरित ऊर्जा भी प्रदान करता है। साबूदाना न सिर्फ ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करता है बल्कि पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करने का कार्य करता है। अत: अब आप भी व्रत के दौरान साबूदाना खिचड़ी को जरूर ट्रॉय करे। नीचे दी गयी टिप्स को फॉलो करे और बनाये डिलीशियस साबूदाना खिचड़ी। मेरी इसी तरह की और भी रेसिपीज को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक जरूर करे। 

Subtitle (उपशीर्षक)

about sabudana khichdi (साबूदाना खिचड़ी के बारे में)

ingredients (सामग्री)

how to make sabudana khichdi (साबूदाना खिचड़ी कैसे बनाये) 

preparation time (बनने में लगने वाला समय) (२५- ३० मिनट) (२-३ व्यक्ति)

tips and FAQ (टिप्पणी और सवाल)

Ingredients (सामग्री)

साबूदाना – १२५ ग्राम 

आलू – २ मध्यम साइज के 

टमाटर – २ मध्यम साइज के 

हरी मिर्च – २ 

सेंधा नमक – १/२ टीस्पून 

लाल मिर्च पाउडर – १/२ टीस्पून 

ऑइल – १ सब्ज़ी वाला बड़ा स्पून 

हींग – १/४ टीस्पून 

जीरा – १/४ टीस्पून 

राई – १/४ टीस्पून

How to make sabudana khichdi (साबूदाना खिचड़ी कैसे बनाये)

व्रत में खाने वाली साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए साबूदाने को पानी में १ घंटे के लिए भिगो दीजिये। अब एक नॉनस्टिक कड़ाही लीजिये। इसमें ऑइल को गरम करके राई डाल दीजिये। राई के तड़क जाने पर इसमें जीरा और हींग डाल दीजिये। इसके बाद इसमें पीसेज में कट किये हुए बॉईल आलू डाल कर इसे ५-१० मिनट धीमी आंच पर ढक्कन लगा  कर पका लीजिये।  ढक्कन हटा दीजिये। इसमें साबूदाना डाल कर मिक्स कर दीजिये। साथ ही साथ इसमें  टमाटर, हरी मिर्च, नमक, लाल मिर्च पाउडर डाल कर मिक्स कर दीजिये। ढक्कन लगा कर टमाटर को पक जाने दीजिये। ढक्कन हटा कर देख लीजिये। यदि टमाटर अच्छे से पक चुके है। तो इसमें  ऊपर से हरे धनिये या फिर पुदीने की पत्ती से डेकोरेट कर दीजिये।  रेडी है, हमारी व्रत की साबूदाना खिचड़ी। आप इसे चाहे तो दही या फिर ऐसे ही खा सकते है।

FAQ (सवाल)

साबूदाने को कैसे भिगोया जाये?

साबूदाने खिचड़ी बनाने से पहले इसे १ घंटे के लिए भिगो दे। सबसे पहले साबूदाने को २ बार पानी से धो ले। इसके बाद साबूदाने में पानी डाल कर इसे सॉफ्ट होने के लिए रख दीजिये। 

क्या साबूदाना खिचड़ी में अदरक और प्याज़ का यूज़ किया जा सकता है ?

साबूदाना खिचड़ी जितनी सिंपल बनायीं जाती है। उतनी ही खाने में अच्छी लगती है। पर यदि आप प्याज़  डालना ही चाहते है। तो इसे व्रत के अलावा किसी अन्य दिन डाला जा सकता है।

Tips(टिप्पणी)

साबूदाना खिचड़ी को पानी में भिगोने के बाद इसे छलनी से छान कर सारा पानी निथार ले। और इसे थोड़ी देर अलग प्लेट में निकल ले। ताकि साबूदाने का एक्स्ट्रा पानी निकल जाये। इसके बाद इसे खिचड़ी बनाने के काम में ले। खिचड़ी खुली-खुली और अच्छी बनेगी।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *