यह पर्व राजस्थान में होली के आठ दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन देवी शीतला की पूजा मीठे भोज्य पदार्थ जैसे की – मीठे पुए, चावल आदि से की जाती है। और परम्परा के अनुसार इस दिन ठंडा खाना खाने का प्रचलन होता है। अर्थात इस दिन घर के सभी सदस्यों द्वारा बासी भोजन को ग्रहण किया जाता है।जिसमे मठरी, भात, गुंदे की सब्ज़ी, केर सांगरी की सब्ज़ी, पूड़ी आदि अनेक भोज्य पदार्थ शामिल होते है। केर सांगरी की सब्ज़ी के अलावा राजस्थान में और भी तरह के व्यंजन प्रचलित है। गट्टे की सब्ज़ी, दाल बाटी चूरमा, दाल ढोकली, केरी गुंदे की सब्ज़ी आदि।
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