राइस को पारबोइल ( खाद्य पदार्थ को बॉईल करके थोड़ा बहुत पकाना) और फ्लैटन करके बनाये जाने वाला पोहा भारत में बहुत ही चाव से खाया जाता है। और मुख्य तौर पर महाराष्ट्र ,राजस्थान , गुजरात ,मध्य प्रदेश में पोहा अधिकतर नाश्ते के रूप में खाया जाता है।पर कई बार नाश्ते में कुछ भी बनाने का निर्णय करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। यदि बात पौष्टिकता की हो तब पोहे से अच्छा उपाय कुछ हो नहीं सकता। क्योंकि पोहा झट- पट बनने के साथ साथ शरीर में आवश्यक सभी तत्वों की पूर्ति करता है। ज्यादातर पोहा रेसिपी को २ तरह से बनाया जाता है। एक तो कांदा पोहा और दूसरा मसाला पोहा। मसाला पोहा और कांदा पोहा दोनों की रेसिपी बहुत ही इजी और सिंपल है। बस! फ़र्क सिर्फ इतना है। की कांदा पोहा में कांदे का ही यूज़ किया जाता है। पर मसाला पोहा में आप अपनी इच्छानुसार कोई भी सब्ज़ी जैसे की – प्याज़, टमाटर, मटर, करी पत्ता, शिमला मिर्च, आलू और यदि सर्दियों का मौसम है। तोह आप इसमें गाजर का भी इस्तेमाल कर सकते है। इस तरह से बनाये जाने वाला पोहा बच्चों को नाश्ते में परोसा जा सकता है। जिससे उनके शरीर में किसी भी पौष्टिक तत्व की कमी न रहे। मसाला पोहा के अलावा पोहे से बहुत सारी डिशेस बनायीं जाती है। जैसे की पोहे की खीर, पोहा चिवड़ा, पोहा कटलेट, पोहा जलेबी आदि।
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